18.12.2016 ►STGJG Udaipur ►News

Published: 19.12.2016
Updated: 19.12.2016

News in Hindi

प्र. कर्म कितने हैं? और कौन कौन से हैं?
उत्तर:-
1️⃣ज्ञानावरण कर्म*:-- जिन में ज्ञान को प्रकट न होने देने की प्रकृति हो उन कर्म वर्गणाओं को ज्ञानावरण कर्म कहते हैं । अथवा ज्ञानगुण को विकृत करने की शक्ति हो उसे ज्ञानावरण कर्म कहते हैं ।
*इसके 5 भेद हैं ।*
*☆मतिज्ञानावरणकर्म*
*☆श्रुतज्ञानावरणकर्म*
*☆अवधिज्ञानावरणकर्म*
*☆मनःपर्ययज्ञानावरणकर्म*
*☆केवलज्ञानावरणकर्म*
2️⃣दर्शनावरणकर्म*:-- जिन कार्मण वर्गणाओं में अन्तर्मुख चैतन्य प्रकाश को प्रकट न होने देने की प्रकृति हो उन्हें दर्शनावरण कर्म कहते हैं ।
*इसके 9 भेद हैं ।*
*☆चक्षुदर्शनावरण*
*☆अचक्षुदर्शनावरण*
*☆अवधिदर्शनावरण*
*☆केवलदर्शनावरण*
*☆निद्रा*
*☆निद्रानिद्रा*
*☆प्रचला*
*☆प्रचला प्रचला*
*☆स्त्यानगृध्दि*
3️⃣वेदनीयकर्म*:-- जिन कर्म वर्गणाओं में जीव के सुख - दुःख होने की प्रकृति हो उसे वेदनीय कर्म कहते हैं ।
*इसके 2 भेद हैं ।*
*☆सातावेदनीय कर्म*
*☆असातावेदनीय कर्म*
4️⃣मोहनीयकर्म*:-- जिन कर्म वर्गणाओं में जीव के सम्यक्त्व और चरित्र भाव गुण के विकृत होने में निमित्त होने की प्रकृति हो उन्हें मोहनीय कर्म कहते हैं ।
*इसके 28 भेद हैं।*
*☆1} दर्शनमोहनीयकर्म- 3*
*1. मिथ्यात्व*
*2. सम्यग्मिथ्यात्व*
*3. सम्यक्प्रकृति*
*☆2} चारित्रमोहनीय - 25*
*अनन्तानुबन्धी - 4*
*1. क्रोध*
*2. मान*
*3. माया*
*4. लोभ*
*अप्रत्याख्यानावरण - 4*
*1. क्रोध*
*2. मान*
*3. माया*
*4. लोभ*
*प्रत्याख्यानावरण - 4*
*1. क्रोध*
*2. मान*
*3. माया*
*4. लोभ*
*संज्वलन - 4*
*1. क्रोध*
*2. मान*
*3. माया*
*4. लोभ*
5️⃣आयुकर्म*:-- जिन कर्म वर्गणाओं में जीव को किसी एक शरीर में रोके रहने में निमित्त होने की प्रकृति हो उन्हें आयुकर्म कहते हैं ।
*इसके 4 भेद हैं ।*
*☆ मनुष्यायु*
*☆ देवायु*
*☆ तिर्यंचायु*
*☆ नरकायु*
6️⃣नामकर्म*:-- जिन कर्म वर्गणाओं में शरीर आदि की रचना होने की प्रकृति हो उन्हें नामकर्म कहते हैं ।!
*इसके 93 भेद हैं ।*
*☆ 1) गति -4*
*देवगति*
*मनुष्यगति*
*तिर्यंचगति*
*नरकगति*
*☆ 9) जाति - 5*
*एकेन्द्रिय*
*द्विन्द्रिय*
*त्रीन्द्रिय*
*चतुरिन्द्रिय*
*पंचेन्द्रिय*
*☆ 14) शरीर - 5*
*औदारिक*
*वैक्रियिक*
*आहारक*
*तैजस*
*कार्माण*
*☆ 17) अंगोपांग - 3*
*औदारिक*
*वैक्रियिक*
*आहारक*
*☆ 18) निर्माण*
*☆ 23) शरीरबन्धन - 5*
*औदारिक*
*वैक्रियिक*
*आहारक*
*तैजस*
*कार्माण*
*☆ 28) शरीरसंघात - 5*
*औदारिक*
*वैक्रियिक*
*आहारक*
*तैजस*
*कार्माण*
*☆ 34) संस्थान - 6*
*समचतुरस्र संस्थान*
*न्यग्रोधपरिमण्डल संस्थान*
*स्वाति संस्थान*
*कुब्जक संस्थान*
*वामन संस्थान*
*हुण्डक संस्थान*
*☆ 40) संहनन - 6*
*वज्रवृषभनाराच संहनन*
*वज्रनाराच संहनन*
*नाराच संहनन*
*अर्धनाराच संहनन*
*कीलक संहनन*
*असंप्राप्तासृपाटिका संहनन*
*☆ 48) स्पर्श - 8*
*हल्का*
*भारी*
*कठोर*
*मृदु*
*शीत*
*उष्ण*
*स्निग्ध*
*रुक्ष*
*☆ 53) रस -5*
*तिक्त (तीखा)*
*अम्ल (खट्टा)*
*कटु (कडवा)*
*मधुर (मीठा)*
*कषायला (तुरट)*
*☆ 55) गंध - 2*
*सुगंध*
*दुर्गंध*
*☆ 60) वर्ण - 5*
*कृष्ण (काला)*
*पीत (पीला)*
*नील (नीला)*
*रक्त (लाल)*
*श्वेत (सफेद)*
*☆ 64) आनुपूर्वी - 4*
*देवगत्यानुपूर्वी*
*मनुष्यगत्यानुपूर्वी*
*तिर्यंचगत्यानुपूर्वी*
*नरकगत्यानुपूर्वी*
*☆ 65) अगुरुलघु-1*
*☆ 66) उपघात-1*
*☆ 67) परघात-1*
*☆ 68) आतप-1*
*☆ 69) उद्धोत-1*
*☆ 70) उच्छवास-1*
*☆ 72) विहायोगति - 2*
*प्रशस्त विहायोगति*
*अप्रशस्त विहायोगति*
*☆ 73) प्रत्येक शरीर-1*
*☆ 74) साधारण-1*
*☆ 75) त्रस-1*
*☆ 76) स्थावर-1*
*☆ 77) सुभग-1*
*☆ 78) दुर्भग-1*
*☆ 79) सुस्वर-1*
*☆ 80) दुःस्वर-1*
*☆ 81) शुभ-1*
*☆ 82) अशुभ-1*
*☆ 83) सूक्ष्म-1*
*☆ 84) बादर-1*
*☆ 85) पर्याप्त-1*
*☆ 86) अपर्याप्त-1*
*☆ 87) स्थिर-1*
*☆ 88) अस्थिर-1*
*☆ 89) आदेय-1*
*☆ 90) अनादेय-1*
*☆ 91) यशःकीर्ति-1*
*☆ 92) अयशःकीर्ति-1*
*☆ 93) तीर्थंकर-1*
7️⃣गोत्र कर्म*:-- जिन कर्म वर्गणाओं में शरीर आदि की रचना होने की प्रकृति हो उसे गोत्र कर्म कहते हैं ।
*इसके 2 भेद हैं ।*
*☆ उच्च गोत्र*
*☆ नीच गोत्र*
8️⃣अन्तराय कर्म*:-- जिसके उदय से *दान, लाभ, भोग, उपभोग और वीर्य* में विघ्न आवे उसे अन्तराय कर्म कहते हैं ।
*इसके 5 भेद हैं*
*☆ दानान्तराय*
*☆ लाभान्तराय*
*☆ भोगान्तराय*
*☆ उपभोगान्तराय*
*☆ वीर्यान्तरा*

Source: © Facebook

राजीव जैन बने आईबी चीफ
देश के प्रमुख खुफिया एजेंसि को नए प्रमुख मिल गए हैं. झारखंड कैडर के अधिकारी राजीव जैन को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) का प्रमुख बनाया गया है. जैन की नियुक्ति दो साल के लिए की गई हैं।
पुष्करवाणी गु्रप ने बताया कि 1980 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव जैन वर्तमान में आईबी में ही विशेष निदेशक के पद पर तैनात हैं. आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं. राजीव जैन आईबी में आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा के बाद नंबर दो की हैसियत पर थे.
राजीव जैन को राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है. राजीव जैन आईबी में पिछले काफी सालों से कश्मीर डेस्क पर काम कर रहे थे. राजीव जैन राजग सरकार के कश्मीर मुद्दे पर वार्ताकार केसी पंत के सलाहकार भी रह चुके हैं.
राजीव जैन एक जनवरी को अपना पदभार संभालेंगे. राजीव जैन की नियुक्ति को नोटबंदी से जोड़कर भी देखा जा रहा है. राजीव जैन के बारे में कहा जाता है कि वह वित्तीय निगरानी का काम और तेज गति से करने में मददगार साबित होंगे.
1989 से आईबी में
राजीव जैन सहायक निदेशक के रूप में 1989 में ही आईबी में शामिल हो गए थे. आईबी में पर्दे के पीछे रह कर राजीव जैन ने आईबी में अधिकारियों के काम करने के मसौदे पर काफी काम किया है. राज्यों की राजधानियों में आईबी की इकाई बनाने में भी अहम रोल अदा किया.
झारखंड के पूर्व डीजीपी वी डी राम फर्स्ट पोस्ट हिंदी से बात करते हुए कहते हैं, श्मेरी राजीव जैन से पहली मुलाकात 1981-82 में मुजफ्फरपुर (बिहार) में हुई थी. जब मैंने एसपी के रूप में उनसे चार्ज लिया था. वे बहुत ही अच्छे आदमी हैं. मृदुभाषी हैं, और सलीके से पेश आते हैं.श्
वीडी राम उनके बारे में आगे कहते है्,श् झारखंड के साहेबगंज में भी उन्होंने एसपी के रूप में अच्छा काम किया था. उनकी नॉन कंट्रोवर्सियल इमेज है, और काफी सालों से आईबी में काम कर रहे थे. राजीव जैन के बारे में पहले सी ही उम्मीद की जा रही थी की ये आईबी के डायरेक्टर बनेंगे. इनका पुराना ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है

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