03.09.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 03.09.2016
Updated: 05.01.2017

News in Hindi

It's a request to kindly object for printing the photos of bhagwan because at the end of the day the newspaper goes in the trash. कोई भी कैसे भी अखबार का उपयोग करता है, और भगवन की फोटो का भी इस्तेमाल हो जाता है । कृपया फोटो छापने का बहिष्कार करें । #Jainism #MahaviraBhagwan #Jaindharma #Mahavir #Adinath

Source: © Facebook

चारित्र चक्रवर्ती श्री शान्ति सागर जी महाराज जी के परम् पुनीत पावन चरणों मे त्रिकाल कोटि कोटि त्रियोग नमोस्तु👏👏👏 आज आचार्य श्री का समाधि दिवस हैं!! #Shantisagar #Jainism #Digambar #Arihant #charitra #Chakravarti

Source: © Facebook

शंका समाधान
==========
१. पानी छानने के बाद जीवनी करना बहुत ही आवश्यक है!
२. मृत्यु भोज एक कुरीति है! जबलपुर में इस पर प्रतिबन्ध है! युवाओं को आगे आना चाहिए इसके लिए!
३. आजकल बच्चे भगवान् पर विश्वास नहीं करते और इसीलिए धर्म नहीं करते! उनको यह समझाने की जरुरत है की धर्म अपने खुद के विश्वास और कल्याण के लिए किया जाता है!
४. बच्चों के होते हुए भी माँ-बाप का वृद्धाश्रम में रहना देश का दुर्भाग्य है! लोगों को ये चिंतन करना चाहिए और भावनाएं जगाना चाहिए की ऐसा कार्य कदापि ना करे!
५. शास्त्रानुसार जो व्यक्ति भी त्याग के रास्ते पर चलने वाले व्यक्ति का मजाक बनाता है, वो तीव्र चारित्र कर्म का बंध करते हैं!
६ दिगंबर जैन रीति में जीव अहिंसा को अपनाने के लिए, पानी छानने को बहुत ही दृणता से पालन करना बताया गया है! कुएं के पानी को ही सही रीति से छाना जा सकता है इसलिए यही पानी पीने योग्य है!

- प. पू. मुनि श्री १०८ प्रमाण सागर जी महाराज

Source: © Facebook

##संस्मरण- #पूज्य #गुरुदेव के

👣👣👣मुनि श्री प्रमाण सागर जी महाराज कंपिला जी से बिहार करते हुए आचार्य श्री के दर्शनों को कुंडलपुर जा रहे थे साथ में कुछ युवक बालक भी विहार कर रहे थे कुंडलपुर में आचार्य भगवंत के दर्शन हुए और संघ सहित कटनी की ओर विहार हुआ जैसे ही संघ रास्ते में आगे बढ़ा दूरी अधिक और अचानक अंधेरा होने से रास्ते में ही रुकना पड़ा सारा संघ खेत के किनारे किनारे पाटे लगाकर विश्राम कर रहा था तभी उनमें से कुछ बच्चों ने गाय के शुद्ध घी से आचार्य श्री एवं कुछ साधुओं की वैयाबृत्ति की तत्पश्चात संघ आराम करने लगा,थोड़ी देर बाद देखा कि कुछ महाराज उठ कर बैठ गए हैं पास में जाकर देखने पर पता चला कि घी की सुगंध से सारे शरीर के आसपास चीटियां आ रही थी जब आचार्य श्री के पास जाकर देखा तो उनके भी शरीर से सटकर चारों और चिटीयों का झुंड जमा था और आचार्य श्री अपने शरीर को बिना हिलाय डुलाय ऐसे लेटे थे जैसे कोई पुतला पाटे पर रख दिया गया हो चीटियों के काटने का सारा दर्द इसलिए सहन कर रहे थे कि जरा सा भी हिलने डुलने पर शरीर के बोझ से चीटियों को नुकसान हो सकता था तुरंत सभी भाइयों ने महीन कपड़े से चीटियों को अलग किया कपूर का छिड़काव किया जिससे चीटियां दूर चली गई तब आचार्य श्री उठे और मुस्कुराते हुए सभी को आशीर्वाद दिया।
धन्य है ऐसे गुरु जो परिषह को भी हँसते हँसते सहन करते है
श्रीश ललितपुर

Source: © Facebook

Amazing! 5 बार हज कर चुके हाजी साहब खाँ 10 साल से, पाली जैन स्थानक में करते हैं पर्युषण आराधना । जुम्मे की नमाज पढ़ने जाते हैं मस्जिद, फिर घर की बजाय स्थानक ही इनका ठिकाना हो जाता है । पहनावा भी जैन श्रावक जैसा । आराधना ऐसी की श्रेष्ठ श्रावक माने जाते हैं । हर वर्ष करते हैं तेला । मांसाहार का कर चुके हैं त्याग । #Paryushan #Jainism #Jain #Dharma #Tirthankar #Sthanak

Source: © Facebook

शहीद लाला हुकुम चंद जैन जी की 200 वीं जन्म जयंती के अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी उनको याद करते हुए I तथा श्रद्धांजलि देते हुए #Hukumchand #khattar #Haryana #Jainism #Shahid #tirthankara #jaindharma

Source: © Facebook

Sources
Categories

Click on categories below to activate or deactivate navigation filter.

  • Jaina Sanghas
    • Digambar
      • Acharya Vidya Sagar
        • Share this page on:
          Page glossary
          Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
          1. Adinath
          2. Arihant
          3. Chakravarti
          4. Charitra
          5. Dharma
          6. Digambar
          7. Haryana
          8. Jainism
          9. Mahavir
          10. Paryushan
          11. Shantisagar
          12. Sthanak
          13. Tirthankar
          14. Tirthankara
          15. आचार्य
          16. दर्शन
          17. बिहार
          18. सागर
          19. हरियाणा
          Page statistics
          This page has been viewed 741 times.
          © 1997-2024 HereNow4U, Version 4.56
          Home
          About
          Contact us
          Disclaimer
          Social Networking

          HN4U Deutsche Version
          Today's Counter: