Update
Source: © Facebook
आचार्यश्री के दर्शनों के लिए उमड़ा जनसैलाब exclusive #bhopal #vidyasagar
15 अगस्त और रक्षाबंधन की छुट्टियों को देखते हुए देश-विदेश से लोग आचार्यश्री के दर्शनों के लिए भोपाल पहुंच रहे हैं। रविवार को तो जैसे जनसैलाब उमड़ पड़ा हो। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश से काफी संख्या में लोग भोपाल पहुंचे हैं। भोपाल के सभी जैन धर्मशालाएं यात्रियों से खचाखच भरी हैं। एमपी नगर के होटलों में भी बड़ी संख्या में लोग रुके हुए हैं।
आचार्यश्री की प्रेरणा से जबलपुर और डोंगरगढ़ में खोले गए प्रतिभास्थली (स्कूल) की 200 ब्रह्मचारिणी दीदीयां भी भोपाल पहुंचे हैं। इन दीदीयों ने आचार्यश्री की पूजन की। गुना से पूर्णमति माताजी की संघस्थ *ऋतु दीदी भी भोपाल पहुंची और उन्होंने आर्यिका संघ की और से आचार्यश्री को नमोस्तु कर आशीर्वाद लिया।
शनिवार को भोपाल में आयोजित मध्यप्रदेश न्यायिक सेवा के अधिकारी के सम्मेलन में आए एक दर्जन से अधिक न्यायाधीशों ने आचार्यश्री के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद लिया। इनमें कुलदीप जैन (भिंड) और अरविंद जैन (सागर) शामिल थे।*
*जस्टिस मिश्रा आएंगे*
*सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति अरूण मिश्रा भी आचार्यश्री के दर्शन करने भोपाल आने वाले हैं।* उन्होंने भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों को आचार्यश्री के दर्शन करने की इच्छा से अवगत करा दिया है। पटना के जिला व सत्र न्यायाधीश एके जैन भी 15 अगस्त को आचार्यश्री के दर्शन करने भोपाल पहुंच रहे हैं।
Source: © Facebook
आप अपनी स्वतंत्र दिवस के Celebration के चक्कर में पक्षियों की स्वतंत्रता क्यों छिनते हो??? 15 August पर मांझे से कट जाते हैं हजारों परिंदों के पंख और तड़प तड़प पर उनकी जान चली जाती है! #Independence #Bharat #kites
Be nice! Don't fly kites with sharp manja string on Independence Day. Like and share to urge others to fly only kind kites with cotton, non-sharp string.
पतंग उड़ाने के शौकीनों से अपील है कि वे निरीह पक्षियों की पीड़ा को समझते हुए जानलेवा कांच मुक्त मांझे का इस्तेमाल करें। हर साल हजारो परिंदे अपनी जान गवा देते है और तड़प तड़प पर मर जानते है..कितना दुःख उनको होता होगा.... अगर कोई आपका एक उंगली में ईन्जेक्तिओन लगा दे तो कितना दर्द होता है और उनके तो पंख ही कट जाते है वे घायल हो जाते है.... कई बार कांच युक्त मांझे से सड़क पर तेज गति से चल रहे दोपहिया वाहन सवारों की गर्दन भी कट जाती है वहीं पतंग लूटने के प्रयास में बच्चे चोटिल हो जाते हैं। पतंगबाजी महात्मा गांधी और महावीर स्वामी के अहिंसा के संदेश के विरुद्ध है, पक्षियों की मौत का कारण बनने वाले इस शौक के बजाए स्वतंत्रता दिवस का त्यौहार अन्य तरीकों से भी मनाया जा सकता है। आओ संकल्प करे पतंग नहीं उडाएँगे और अगर उड़ाना भी है की कांच के मंझे से नहीं....कोई युद्ध तो है नही की आपको किसी की 5-7 पतंग काट कर युद्ध जीत लेना है....
घायल पक्षियों को देखें तो इन नंबरों पर कॉल करें 9828500065 (रक्षा संस्थान हेप्ललाइन) - जयपुर | दिल्ली में भी आप लाल मंदिर में स्थापित पक्षी हस्पताल में ला सकते है... Please SHARe THIS POST AS MUCH U CAN.
Why Ban Cruel Manja? Every year countless birds get slashed, wounded and killed when they become entangled in the strings which are gummed and coated with powdered and finely crushed glass or metal. Let’s cut out cruel manja, not wings. Ask for a Countrywide Ban on Glass-Coated Manja.
The manja used in kite-flying competitions is often gummed and coated with powdered and finely crushed glass. While extremely effective at cutting an opponent's kite line, glass-coated manja is deadly for thousands of pigeons, crows, owls, kites and other birds who are slashed, wounded and killed when they become entangled in the strings.
Glass-coated manja is hazardous not only for birds but also for humans - including passersby travelling on open vehicles such as bicycles, motorcycles or scooters - and is responsible for numerous human injuries and deaths every year. In Mumbai, a stray manja cut a young person's throat, slicing the larynx and surrounding muscles, which are 3 to 4 cm thick. According to a news report, 10 people were killed in Ahmedabad on Makar Sankranti: three were decapitated by manja and seven were killed after falling off terraces or being run over by vehicles while chasing stray kites.
Caring people like you must urge the Ministry of Environment and Forests to ban the use of glass-coated manja across India.
--- ♫ www.jinvaani.org @ Jainism' e-Storehouse ---
Source: © Facebook
गिरनार यात्रा #Girnar #Neminath #JainDharma:)) Join Us
सिद्धक्षेत्र श्री गिरनारजी की पावन भूमि के लिये समर्पित जयपुर से श्री विद्यासागर यात्रा संघ द्वारा आयोजित 1008 km लम्बी पद यात्रा.. आचार्य विद्यासागर जी* एवं उनके शिष्य मुनि सुधासागर जी महाराज, मुनि प्रमाणसागरजी महाराज के पावन आशीर्वाद ✋🏽 से *श्री विद्यासागर यात्रा संघ,जयपुर* द्वारा सिद्धक्षेत्र श्रीगिरनारजी की जयपुर(राजस्थान) से पदवंदना का आयोजन 31/10/20016 से 14/12/2016 तक (प्रस्तावित) किया जा रहा है। पदवंदना अजमेर, ब्यावर, पाली, सिरोही, आबू रोड़, सिद्धक्षेत्र तारंगाजी, उमता, मेहसाना, होते हुए जूनागढ़ श्री गिरनारजी⛳*को दिनांक 9/12/2016 तक पहुँचेगी।
संपर्क 📲
01412730390
01412731952
संघी जी मंदिर, सांगानेर
Source: © Facebook
आचार्य श्री विद्यासागर जी के प्रवचन Points:))
१) क्रेन से नहीं ब्रेन से काम लो।
1) Make use of Brain not Crane.
२) क्रेन - लिफ्ट नहीं, सिर्फ ब्रेन से ज़िन्दगी में तरक्की संभव।
2) Crane -not a Lift, success is possible only through Brain.
- आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज
रिपोर्ट:- अंशुल जैन प्रवक्ता 9826454448
संग्लनकर्ता:- इंजी. सौरभ जैन
अंग्रेजी अनुवाद:- डॉ. संदीप पाटिल
भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत।
Source: © Facebook
Acharya Shri Pravachan •LIVE @ paras channel!! Watch right now:)
Source: © Facebook
BREAKING NEWS UPDATE इटावा जिले (उ. प्र.) के चकरनगर में क्वारी नदी पर म. प्र. और उ. प्र. को जोड़ने हेतु बनाये जा रहे पुल की खुदाई में जमीन से 35 फुट नीचे भगवान पार्श्वनाथ एवं दो अन्य तीर्थंकरों की प्राचीन प्रतिमाओं सहित प्राचीन जैन मंदिर का छज्जा प्राप्त #Jainism #Parshvanath #JainDharma
News in Hindi
Source: © Facebook
SPECIAL POST ON 51k Likes:) Read Every Word Carefully and Share when You Understand!
ये पेज 51,000 Likes cross कर रहा हैं.. जैन धर्मं का 'अनेकान्तवाद' नाम से एक सिद्धांत हैं जिससे समस्यायों का Solution होता हैं इसी Solution को आचार्य विद्यासागर जी ने मूक-माटी महाकाव्य में Explain किया हैं आओ समझे.. और अपनी LIFE को Ideal अवस्था में ले जाने का प्रयास करले:) आचार्य श्री समझाने का प्रयास करते हैं की जो व्यक्ति सिर्फ अपने को 'ही' सब कुछ समझता हैं, दुसरे को तुच्छ समझता हैं निचा समझता हैं, और सोचता हैं जो मैं करता/सोचता हूँ वह 'ही' सत्य हैं दुसरे जो सोचते/करते हैं वो गलत हैं उस व्यक्ति की समझ अभी सही नहीं हैं! *दूसरी और एक व्यक्ति जो कहता हैं हम 'भी' सही सोचते हैं तथा दूसरा व्यक्ति 'भी' [ उसका नजरिया ] सही हो सकता हैं वो व्यक्ति हमेशा शांत तथा सुलझा हुआ रहता हैं और मोक्ष मार्ग में आगे बढ़ जाता हैं:)
भेट हो 'भी' से.... न की 'ही' से... [ मूक-माटी महाकाव्य से ली गयी पंक्तिया ]
'ही' एकान्त्वाद का समर्थक है
'भी' अनेकांत, स्यादवाद का प्रतिक है ।
हम 'ही' सब कुछ है
यु कहता है 'ही' सदा,
तुम तो तुच्छ, कुछ नहीं हो!
और,
'भी' का कहना है की
हम 'भी' हैं
तुम 'भी' हो
सब कुछ!
#vidyasagar #Mookmati #Digambara
--- ♫ www.jinvaani.org @ Jainism' e-Storehouse ---
Source: © Facebook
क्या धार्मिक क्रियाएँ करके आपके व्यवहार और परिणामों में परिवर्तन आया है?? अगर नहीं तो आपकी क्रियाएँ केवल कोरी क्रियाएँ ही है। धार्मिक क्रियाओं के आयोजन के साथ साथ उनके प्रयोजन को भो समझना अति आवश्यक है। #Jainism #Dharma
जो भी करें समझने का प्रयास करें, पूजा करते समय पूजा की पंक्तियों के अर्थ और भावों की ओर भी ध्यान दें।
सोचा करता था भोगों से भुझ जायेगी इक्छा ज्वाला,
परिणाम निकलता है जैसे मानो जैसे पावक में घी डाला।
तेरे चरणों की पूजा से इन्द्रिय सुख की ही अभिलाषा,
अब तक ना समझ ही पाया प्रभुवर सच्चे सुख की परिभाषा।
इन पंक्तियों को ध्यान से पढ़ें!!