28.07.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 28.07.2016
Updated: 05.01.2017

Update

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UPDATE ✿ आज के प्रवचन की विशेष जानकारी.. एक शेयर तो बनता हैं:) आचार्य श्री विद्यासागर जी ससंघ की आगवानी करके विधानसभा तक ले जाते हुए मध्य प्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान.. आज की पिक्चर:) आज गजब धर्मं प्रभावना हुई हैं जिन धर्मं की! आचार्य श्री ने आज विधानसभा स्पीकर तथा शिवराज जी को संसद की लैब्ररी में रखने हेतु मूक-माटी सहित कुछ पुस्तके दी:) #vidyasagar #ShivrajSingh #Vidhansabha

picture clicked by mr. saurabh jain, Kolkata -loads thank him!

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शंका समाधान
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१. पूजा की थाली में क्या लिखना चाहिए इसका कोई शास्त्रीय विधान देखने को नहीं मिलता लेकिन उनको मांगलिक बनाने के लिए स्वास्तिक बनाते हैं!

२. कुंडली और हाथ की रेखाओं की जगह हाथ की ताकत पर ज्यादा यकीन करिये!

३. कानून अपराध का दंड देता है जबकि धर्म पाप से बचने की प्रेरणा देता है! अपराध करके कानून से बच सकते हैं लेकिन पाप का परिणाम तो भुगतना ही पड़ेगा! जब लोग पाप से डरना प्रारम्भ करेगे उस दिन धर्म का साम्राज्य स्थापित हो जायेगा, फिर किसी कानून और किसी अदालत की जरूरत ही नहीं पड़ेगी!

४. अगर शराब पीना modern होना है तो सबसे modern तो वो रिक्शे वाला है जो और भी आगे है की दारू पीकर नाले के किनारे पड़ा रहता है और कुत्ता उसके ऊपर लघुशंका करके चला जाता है!

५. जो ये कहता है की श्वांस लेने में, घर गृहस्थी के कार्यों में हिंसा होती है तो फिर नॉन-वेज खाने में क्या दिक्कत है, उन्होंने ने अभी भगवान् महावीर की अहिंसा को समझा नहीं! किसी जीव के मरने मात्र से हिंसा नहीं होती अपितु किसी के प्रति हिंसा के भाव करने से हिंसा होती है जिसको संकल्पी हिंसा कहते हैं! गृहस्थ के लिए आरंभी (गृहस्थी के कार्यों सम्बंधी), व्यापारिक (व्यापारिक आदि के कार्यों सम्बंधी), और विरोधी (अपनी / परिवार की / धर्मायतनों / धर्म बंधुओं / मुनियों की रक्षा सम्बंधी) हिंसा क्षम्य है! त्रस जीवों की संकल्प पूर्वक हिंसा का पूर्णतयः त्याग होना चाहिए!

- प. पू. मुनि श्री १०८ प्रमाण सागर जी महाराज

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today exclusive pravachan and picture #vidyasagar #vidhansabha *विधानसभा में धर्मसभा* जिस विधानसभा मैं रोज तीखी बहस और नोकझोंक होती थी एक दुसरे पर प्रश्न प्रतिप्रश्न किए जाते थे भारी शोर शराबा होता था आज बाह शांति के साथ मुख्यमंत्री, बिधायकगंन, अधिकारीगण सभी देश के चलते फिरते भगवान को सुनने बैठे थे । #Shivraj ज़रूर पढ़े ओर share ज़रूर करे:))

आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज ने कहा की पथिक पथ पर चलता पैरों से यदि पेअर मैं कांटा लग जय तो दुसरे पेरसे काम चला लेता है एक आँख क्षति ग्रस्त हो भी जाय तो दुसरी आँख से काम चला लेता है । सदन पक्ष विपक्ष दोनों के संयुक्त प्रयासों से चलता है । राट्रीय पक्ष को सामने रखकर ही काम मिलजुल कर किया जाये जनता का दुःख तभी दूर हो सकता है । उन्होंने राष्ट्रीय पक्ष को सामने रखकर काम करने की प्रेरणा देते हुए कहा की जहां हम हैं ये मध्यभारत है जो चरों दिशाओं का केंद्र बिंदु है यहीं से देश की चरों दिशाएं प्रभाबीत होती हैं । संस्कारों से बंधकर कार्य करेंगे तो अपनी संस्कृति को अपने भारत को मजबूत भारत बना पाएंगे । अहिंसा की संस्कृति से ही इस भारत राष्ट्र को जाना जाता है । भेद विज्ञानं को टाक मैं रखकर भौतिकता के विज्ञानं मैं घुसकर अपनी संस्कृति को लहूलुहान बना लेते हैं । पूरी दुनिया भारतीय संस्कृति पर चलने का प्रयास कर रही है । ये विधान भवन अहिंसा का केंद्र बिंदु है ये एक पवित्र सदन है जहाँ पक्ष विपक्ष को छोड़कर राष्टीय पक्ष के बारे मैं विचार करना है । राजा यदि परमार्थ की खोज मैं निकलेगा तो प्रजा का कल्याण अवश्य होगा ।

गुरुवर ने कहा की जिस तरह किसान वीज को अपने पुरुषार्थ से अंकुरित बना देता उसकी नीचे की यात्रा प्रारम्भ होती है जड़ मजबूत होती हैफिर बो एक विशाल बृक्ष का रूप लेता है । भारत की अहिंसा की संस्कृति के लिए जो शहीद हुए हैं उसके शहीद स्मारक के बारे मैं गुरूजी ने कहा की ये स्मारक देश के प्रत्येक वर्ग को अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए प्रेरित करता है । उन्होंने कहा की देश मैं जो दूध का उत्पादन हो रहा है उसमें और बृद्धि होनी चाहिए । महावीर ने कहा की संग्रह तो होना चाहिए परिग्रह नहीं होना चाहिए । आज जनप्रतिनिधियों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए की आप जनता के लिए काम करें पद का अभिमान न करें,आप सेवाके लिए चुने गए हैं ।। आचार्य श्री ने कहा की यदि विकास चाहिए समृद्धि चाहिए तो इंडिया को विस्मरत कर भारत को पूरी ताकत से खड़ा करना होगा । मूल संस्कृति भारत का वैभव तभी अमर रह सकता है जब जन जन मैं भारतीयता, राष्ट्रवाद की भाबना को प्रबल करना होगा । उन्होंने कहा की मध्यप्रदेश सरकार ने हिंदी की मजबूती के लिए जो अटलजी के नाम पर विश्वविद्यालय बनाया है सराहनीय कार्य है । अन्य क्षेत्रों मैं भी राष्ट्रभाषा को मजबूत बनाने का काम होना चाहिए । अंग्रेजी को भाषा के रूप मैं पढ़ना चाहिए माध्यम के रूप मैं हिंदी ही होना चाहिए । भारत कृषि प्रधान देश है आज एक एकड़ मैं 36 बोरा अनाज होता है प्राचीन समय मैं 56 बोरा होते थे । कारण जानकर व्यवस्था ठीक करनी चाहिए । अनुसन्धान मैं भारत सबसे आगे था आज विदेशों मैं अनुसंधान हो रहे हैं । पुनः संभिधान के इस बिधान भबन मैं सब मिलकर कार्य करें लोकतंत्र को मजबूत करें एहि आशीर्वाद है ।।

*लेखक पंकज प्रधान। प्रस्तुति। अभिनव कासलीवाल। मनोज मन्नू। प्रभारी सोशल मिडिया। चातुर्मास समिति।*

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LIVE PICTURE @ भोपाल विधानसभा।. आचार्य श्री सासंघ विराजमान प्रवचन देते हुए -अंग्रेजी भाषा तो हो मगर माध्यम न हो ।। पिक्चर तथा प्रवचन ब्रजेश जैन, जबलपुर ने share की हैं:)) आचार्य श्री हमेशा सकारात्मक विचार देते हैं.. अंग्रेज़ी का विरोध नई करते, बस कहते हैं अपनी भाषा का प्रयोग करे!!!

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*विधानसभा में आज सजेगा आचार्य श्री का समोशरण.. #mp #cm #shivrajchauhan करेंगे आगवानी:) कई चैनलों पर होगा सीधा प्रसारण* PARAS CHANNEL LIVE @ MP Parliament:)) 3:00 PM

मध्यप्रदेश विधानसभा में पहली बार *आचार्य विद्यासागर जी महाराज अपने विशाल समोशरण के साथ मौजूद रहेंगे।* पूरी सरकार आचार्य श्री की अगवानी के लिए तत्पर्य है। विधानसभा में आचार्यश्री के प्रवचनों की जोरदार तैयारियां की गई हैं। आचार्यश्री के लिए सिंहासन तैयार किया गया है और उनके शिष्यों-मुनियों के लिए मंच पर व्यवस्था की गई है।

*आचार्य विद्यासागर जी महाराज आज दोपहर दो बजे हबीबगंज दिगम्बर जैन मंदिर से विधानसभा के लिए पदविहार करेंगे। लगभग ढाई बजे विधानसभा के दरवाजे पर स्पीकर सीताशरण शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, डिप्टी स्पीकर राजेन्द्र सिंह, संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित अनेक मंत्री और विधायक आचार्यश्री की अगवानी करेंगे।* विधानसभा के मुख्य द्वार (गेट नंबर-4) से आचार्यश्री विधानसभा में प्रवेश करेंगे। मुख्य द्वार के सामने बनाए गए विशाल डोम में आचार्यश्री के प्रवचन के लिए मंच तैयार किया गया है। मंच के बीच में आचार्यश्री का सिंहासन होगा और दोनों तरफ उनके शिष्य रहेंगे। *जैन समाज के कार्यकर्ता अशोक सिंघई एवं पवन जैन सुपर के निर्देशन में मंच तैयार किया गया है।*

विधानसभा पहुंचने के बाद आचार्यश्री और मुनि संघ सबसे पहले विधानसभा सदन का अवलोकन करेंगे। इसके तत्पश्चात वे मंच पर पहुंचेंगे। स्पीकर और मुख्यमंत्री आचार्यश्री का पाद प्रच्छालन करेंगे। डिप्टी स्पीकर और संसदीय कार्य मंत्री आचार्यश्री को शास्त्र भेंट करेंगे। स्पीकर और मुख्यमंत्री के संक्षिप्त उद्बोधन के बाद आचार्यश्री के मंगल प्रवचन होंगे। प्रवचन सभागृह में मंत्रियों और विधायकों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। विधानसभा सचिवालय ने चातुर्मास समिति के आग्रह पर 350 आमंत्रण जैन समाज के सक्रिय कार्यकर्ताओं के लिए दिए हैं। यह कार्यकर्ता आचार्यश्री के साथ ही विधानसभा पहुंचेंगे।

*सीधा प्रसारण*

आचार्यश्री के विधानसभा में प्रवचन का सीधा प्रसारण राष्ट्रीय स्तर पर पारस चैनल और जिनवाणी पर किया जाएगा। स्थानीय चैनल भी आचार्यश्री के प्रवचन का सीधा प्रसारण करेंगे।

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भोपाल चातुर्मास कलश स्थापना विशेष पिक्चर UPDATE ✿ आचार्य विद्यासागर जी के नाम पर भोपाल में होगी एक कालोनी, एक सड़क ✿ #vidyasagar #bhopal

भोपाल के महापौर आलोक शर्मा इस बात से बहुत प्रसन्न है कि उनके कार्यकाल में दुनिया के सबसे बड़े संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज भोपाल पधारे हैं और यहां चातुर्मास कर रहे हैं। इस चातुर्मास को स्थाई बनाने के लिए आलोक शर्मा भोपाल के एक कालोनी और एक सड़क का नाम आचार्य विद्यासागर जी के नाम पर रखने पर भी विचार कर रहे हैं। इस संबंध में उनकी जैन समाज की प्रतिनिधियों से चर्चा चल रही है। वे मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद इसे अंतिम रूप देंगे।

आचार्य विद्यासागर जी महाराज के दर्शन करने लोगों का तांता लगा हुआ है। रविवार को कलश स्थापना समारोह में 50 हजार से अधिक लोग भोपाल पहुंचे थे। इस समारोह में 9 श्रावकों को आचार्यश्री के चातुर्मास कलश की स्थापना का सौभाग्य मिला। इस अवसर पर आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने कहा कि भोपाल का अर्थ है कि जो रक्षा करे अर्थात यहां रहने वालों को अपनी संस्कृति और संस्कारों की रक्षा करना चाहिए। सोमवार को भी हबीबगंज जैन मंदिर में आचार्यश्री की संगीतमय पूजन के बाद उन्होंने अपने आर्शीवचन में कहा कि हमारा चातुर्मास चार माह में हो जाएगा और यहां से गमन भी हो जाएगा,लेकिन आपको इस चातुर्मास का पूरा लाभ लेना चाहिए। जीवन के रहस्यों को समझने के लिए स्वयं और पर का भेद समझना चाहिए। आप स्व कल्याण की और बढ़ते हैं तो आपके चातुर्मास का श्रीगणेश होगा। हम चले जाएंगे आपका चातुर्मास चलता रहेगा। सोमवार को आचार्यश्री की आहारचर्या ब्रह्मचारी जयकुमार जैन, जितेन्द्र जैन, सतीष जैन के चौके में हुई। इस परिवार ने रविवार को आचार्यश्री के चातुर्मास का प्रथम कलश स्थापित करने का सौभाग्य प्राप्त किया था।

महापौर आलोक शर्मा लगातार आचार्य विद्यासागर जी महाराज के संपर्क में है और लगभग प्रतिदिन उनके दर्शन करने और उनसे आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। उन्होंने हबीबगंज जैन मंदिर के आसपास सौंदर्यीकरण के लिए नगर निगम से दो करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए हैं। अब वे जैन समाज की संस्था दिगम्बर जैन सोश्यल ग्रुप रेलवे स्टेशन मध्य रीजन और दिगम्बर जैन मुनिसंघ सेवा समिति के पदाधिकारियों के आग्रह पर भोपाल की प्रोफेसर कालोनी जिसे विद्या विहार के नाम से भी जाना जाता है का नाम आचार्य विद्यासागर कालोनी करने एवं पोलिटेक्निक चौराहे से डीपो चौराहे तक बनने वाली सिक्स लेन रोड का नाम आचार्य विद्यासागर मार्ग रखने पर विचार कर रहे हैं। आलोक शर्मा ने अग्निबाण से चर्चा में बताया कि इस संबंध में वे पहले मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। इसके बाद नगर निगम परिषद की बैठक में प्रस्ताव लाएंगे। शर्मा का कहना है कि आचार्य विद्यासागर महाराज का भोपाल में चातुर्मास इस सदी की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखता हूं।

आचार्य विद्यासागर जी महाराज के चातुर्मास कलश की स्थापना रविवार को हुई जिन लोगों को चातुर्मास कलश स्थापित करने का सौभाग्य मिला। इनमें प्रथम कलश ब्रह्मचारी जयकुमार जैन, दूसरा कलश प्रवीण जैन (गाजियाबाद), तीसरा कलश प्रेमचंद जैन (बड़े बाबा कलेक्शन),चौथा कलश नील जैन नीलेश (भोपाल), पांचवा कलश डॉ.सुभाष शाह (मुंबई), छठा कलश जीके जैन (इंदौर), सातवा कलश जयेश भाई (मुंबई), आठवा कलश प्रभात जैन (मुंबई), नौवा कलश अशोक पाटनी (किशनगढ़) को स्थापित करने का सौभाग्य मिला। रविवार को आचार्यश्री का पाद प्रच्छालन डॉ. राजेश जैन एवं अशोक पाटनी ने किया। रविवार की बोलियों में लगभग दस करोड़ रुपए की दान स्वीकृतियां प्राप्त हुई हैं। इनमें इस राशि का उपयोग हबीबगंज जैन मंदिर में बनने वाले त्रिकाल चौबीसी और सहस्रकूट जिनालय एवं छात्रावास व संत निवास के निर्माण में किया जाएगा।

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News in Hindi

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तेरे व्यक्तित्व का वो जादू हैं.. तेरी ओर खिंचा आता हूँ.. जाना होता हैं ओर कही.. तेरी ओर चला आता हूँ... #vidyasagar #Ideal LifeStyle:)

तेरी वैराग्यमयी मुस्कान.. उस पर तेरी चर्या की पहचान.. मुझे.. तेरी ओर खिच लाए..

चल पड़ते हैं तेरी ओर क़दम.. मैं रोक नई पाता हूँ:))

Lyrics change by -Admin

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Kya baat.. solid words..:)) -आचार्य श्री Ideology

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✿ राम कोन थे #mangitungi #Jainism #Ramayan

अंत समय में दिगंबर दीक्षा लेकर मोक्ष चले गए.... एक तरफ आपको राजा राम का रूप मिलेगा और जिनेन्द्र प्रणित धर्म में आपको दिगम्बर वीतरागी राम का रूप मिलेगा... उनके जीवन में हर जगह मर्यादा से काम किया इसलिए उन्हें "मर्यादा पुरुषोतम श्री राम" [जो मर्यादा में रहे अपने को संयम में रखे, जो पुरुषो में उत्तम अर्थात महान जीवन है जिनका और जो राम अर्थात भगवान आत्मा है...]

हनुमान, सुघ्रीव, नल, नील, महानील, गवा, गवाख्य ये कौन थे? - ये विद्याधर और बड़े बलशाली थे, सही में ये बन्दर [वानर] नहीं बल्कि विद्याधर थे जिसका अर्थ है की इनमे कोई भी रूप बनाने की शक्ति थी और इनके वंश का नाम वानरवंश था और इनके ध्वज का चिन्ह भी बन्दर थे, लेकिन समय के साथ लोग इनके सही रूप को न समझने के कारन इनको बन्दर मानने लगे, जीवन के अंत में इन्होने दिगंबर दीक्षा लेकर मोक्ष प्राप्त किया!

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*ज्ञान का उपयोग संयम और संधान से हो: आचार्य विद्यासागर •आज विधानसभा में होगा संतों का समागम #vidyasagar

जैन संत आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने कहा है कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में ज्ञान का उपयोग विशेष माना गया है, लेकिन ज्ञान का उपयोग सदैव संयम और संधान के साथ किया जाए तो ही उपयोगी है। आचार्य श्री बुधवार को हबीबगंज जैन मंदिर में भक्तों को संबोधित कर रहे थे। आचार्यश्री गुरुवार को विधानसभा में प्रवचन देंगे। विधानसभा सचिवालय आचार्यश्री के लिए गेट नं. 4 के सामने बने डोम में विशाल मंच तैयार करा रहा है। *विधानसभा में आचार्यश्री की अगवानी के लिए मुख्यमंत्री, स्पीकर सहित मंत्री और विधायक खासे उत्साहित है।*

बुधवार को भी आचार्यश्री के दर्शनों के लिए सुबह से ही हबीबगंज जैन मंदिर में लगभग तीन हजार से अधिक पहुंचे थे। ठीक 9 बजे आचार्यश्री का पाद प्रच्छालन किया गया उन्हें शास्त्र भेंट किया गया और भक्ति भाव के साथ उनकी पूजन की गई। पूजा के बाद आचार्यश्री ने अपने आर्शीवचन में कहा कि जिस प्रकार दूध में कई प्रकार के व्यंजन छुपे रहते हैं और इन व्यंजनों को प्रकट करने के लिए सावधानी पूर्वक विधि अनुसार इसे आंच पर चढ़ाया जाता है, ठीक उसी प्रकार व्यक्ति के भावों में कई प्रकार के व्यंजन है, लेकिन इसे भी सावधानी पूर्वक तपस्या के माध्यम से प्रकट किया जा सकता है। आचार्यश्री ने कहा कि हर क्षण सावधानी आवश्यक है। न केवल चलते फिरते, उठते बैठते और काम करते सावधान रहना चाहिए, बल्कि शास्त्रों ने तो नींद में भी सावधान रहने को चेताया है।

*विधानसभा में सजेगा समोशरण*

आचार्य विद्यासागर जी महाराज अपने विशाल मुनि संघ के साथ गुरुवार को दोपहर 3 बजे मध्यप्रदेश विधानसभा में प्रवचन देंगे। इसके लिए विधानसभा के मुख्य द्वार के अंदर बने डोम में विशाल मंच तैयार किया गया है। जिस पर आचार्यश्री और मुनि संघ विराजमान होगा। बुधवार को जैन समाज के अध्यक्ष प्रमोद जैन हिमांशु, भाजपा नेता सुधा मलैया ने विधानसभा पहुंचकर स्पीकर से मुलाकात की और विधानसभा सचिवालयों के साथ आचार्यश्री के प्रवचनों की तैयारियों की समीक्षा की। प्रवचन के समय यदि बारिश नहीं हुई तो आम लोगों के लिए विधानसभा का दरवाजा खोला जा सकता है। यदि बारिश हुई तो जैन समाज के मात्र 150 से 200 लोगों को ही विधानसभा में प्रवेश की अनुमति मिल पाएगी।आचार्य विद्यासागर जी महाराज दोपहर 2.30 बजे हबीबगंज से विधानसभा की ओर पद विहार करेंगे। शाम 4 बजे वे प्रवचन के बाद वापिस हबीबगंज लौटेंगे। उम्मीद की जा रही है कि प्रवचन से पहले आचार्यश्री को विधानसभा के मुख्य सदन में ले जाया जाएगा और उन्हें विधानसभा में चलने वाली कार्रवाई की जानकारी दी जाएगी।

*स्वतंत्र जैन___

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आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री क्षमासागरजी महाराज द्वारा रचित हृदयस्पर्शी कविताओं को आप हमारी वेबसाइट - www.maitreesamooh.com से पढ़ सकते है,

कविताओं के संग्रह को प्राप्त करने के लिए आप [email protected] अथवा 94254-24984, 98274-40301 पर संपर्क कर सकते हैं।

मैत्री समूह

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