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2016
4 लाख लोगों का अनोखा नेटवर्क, WhatsApp के बेहतरीन इस्तेमाल की मिसाल
पैसा कमाने के लिए तो कई न्यूज नेटवर्क बनाए जाते हैं, लेकिन आध्यात्मिक सूचनाओं को प्रोफेशलन तरीके से नि:शुल्क सम्प्रेषित करने का कार्य किसी मिशन से कम नहीं। इसी मिशन को आधार बनाकर जैन तेरापंथ न्यूज कार्य कर रहा है। सबसे अनोखी बात यह है कि यहां सूचनाओं को संपादकीय मंडल प्रोफेशनल तरीके से तैयार करता है और फिर प्रतिनिधियों के माध्यम से उसे लाखों सदस्यों के बीच प्रसारित कर दिया जाता है।
कैसे हुई शुरुआत?
पुष्करवाणी ग्रुप ने जानकारी लेते हुए बताया कि
जैन तेरापंथ न्यूज के कार्यकारी संपादक (मीडिया) महावीर सेमलानी बताते हैं कि उनकी अध्यात्म में रुचि शुरू से थी। जब भारत में सोशल मीडिया का फैलाव होना शुरू हुआ, उस समय 2009 में फेसबुक पर उनकी मुलाकात महाराष्ट्र के संजय वैदमेहता से हुई। दोनों ने अपने विचार और कल्पनाओं को एक दूसरे से साझा किया, संसाधनों एवं समाचार स्रोतों को जुटाने पर कार्य किया और अक्टूबर 2010 में फेसबुक पर 'जैन तेरापंथ न्यूज' नाम से अपना पहला पेज बनाया। देखते ही देखते पेज पर रोजाना सैकड़ों पाठक पहुंचने लगे और पेज लाइक्स की संख्या 10 हजार को पार कर गई।
यूं चढ़ीं सफलता की सीढ़ियां
फेसबुक पेज पर रूचि और उत्साह के आधार पर कुछ स्वयंसेवक सामने आए और उन्हें स्वेच्छा से प्रतिनिधि के रूप में जोड़ा जाने लगा। धीरे—धीरे इन प्रतिनिधियों की संख्या 100 तक पहुंच गई। वर्ष 2011 में व्हॉट्सएप की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए ग्रुप्स एवं ब्रॉडकास्टिंग सेवा की मदद लेकर आध्यात्मिक समाचार जन—जन तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया। साथ ही साथ वेबसाइटjainterapanthnews.in और यूट्यूब चैनल भी शुरू किया गया। महज 2 लोगों से शुरू हुए इस नेटवर्क में आज 7 देशों से 200 से अधिक प्रतिनिधि हैं।
कैसे होता है संपादन?
इस नेटवर्क का संपादन कार्य वर्चुअल ऑफिस में होता है। हर रोज अलग—अलग स्रोतों से एवं प्रतिनिधियों के ई—मेल से प्राप्त समाचारों को संपादकीय टीम टाइपिंग, प्रूफ रीडिंग एवं इमेज एडिटिंग के साथ तैयार करती है। इसके बाद प्रसारण के लिए तैयार समाचारों को व्हाट्सएप पर एक खास ग्रुप में पोस्ट किया जाता है, जिसमें सभी प्रतिनिधि जुड़े हुए हैं। इस सभी प्रतिनिधियों द्वारा सैकड़ों की संख्या में स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुप्स संचाालित किए जा रहे हैं, जिनके जरिए एक समाचार चंद मिनटों में ही लाखों लोगों के मोबाइल फोन में पहुंच जाता है। इसी तरह खबरों को वेबसाइट एवं फेसबुक पेज पर भी शेयर कर दिया जाता है। आध्यात्मिक कार्यक्रमों और प्रवचनों के वीडियोज को यूट्यूब पर प्रसारित किया जाता है और कुछ विशेष अवसरों पर लाइव पॉडकास्ट भी किया जाता है।
कोई छुट्टी नहीं
यह नेटवर्क एक भी दिन की छुट्टी के बिना निरन्तर आध्यात्मिक खबरों को प्रसारित करता है। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष बी.सी.भलावत बताते हैं कि यह नेटवर्क तेरापंथ की विविध संस्थाओं द्वारा किए जा रहे समाजोपयोगी कार्यों एवं जन हितकारी प्रवृत्तियों के प्रचार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।
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