12.06.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 12.06.2016
Updated: 05.01.2017

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आज कुण्डलपुर में उमड़ीं अपार भीड़ का नज़ारा:) जय बड़े बाबा जय छोटे बाबा

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निमित्त ज्ञानी आचार्य श्री धन्य है आचार्य गुरुवर उनका ज्ञान 7 जून को अपने प्रवचनों मे कहा... अभी सूर्यदेव का रौद्र रूप, तीन दिन बाद बनेगा बारिश का योग: आचार्यश्री

आज वह कुण्डलपुर दिखा साक्षात् दिखा
आज कुण्डलपुर हुयी वर्षा, जिसे देख सभी गदगद दिखे सभी जगह बडे बाबा की जय छोटे बाबा की जय जयकार की गूंज देखी गयी:))

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शंका समाधान
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१. जो लोग किसी को व्रत लेने से रोकते हैं वो उनकी मानसिक दुर्बलता का प्रतीक है! संकल्प से ही सिद्धि होती है!

२. रात्रि में विवाह करना बहुत बड़ी कुरीति है, समाज को आगे आना चाहिए इसे रोकने के लिए!

३. जिस समाज में सामाजिक परंपरा के प्रति निष्ठां नहीं है वो समाज जिन्दा नहीं कहला सकती!

४. अनाथालय में बच्चे रहते हैं गरीबों के ये उनके पुण्य की कमी का द्योतक है! और वृद्धाश्रम में माँ-बाप रहते हैं अमीरों के - इसके पीछे माँ-बाप भी दोषी होते हैं क्योंकि वो अपने बच्चों को संस्कार देने की वजह संपत्ति देने में पूरा जीवन निकाल देते हैं! बच्चों को अपनत्व के साथ अच्छे संस्कार दीजिये!

५. अष्टमी और चतुर्दशी को व्रत / उपवास करने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है - इन दिनों में शरीर में जल तत्व भी अधिकता रहती है जैसे पृथ्वी में २/३ जल तत्व होता है वैसे ही शरीर में भी २/३ जल तत्व होता है और इन दिनों में चन्द्रमा की कलाओं के अनुरूप जल तत्व में automatic वृद्धि रहती है, इसीलिए पानी की जरूरत कम ही रहती है!

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### भ्रूण परीक्षण अपराध और भ्रूण हत्या महा भयंकर अपराध ###
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६. मेरी राय में तो उत्सुकता वश भ्रूण परीक्षण कराना ही अपराध है, जब तक की जान को कोई खतरा ना हो तब तक ये चीजे नहीं करनी चाहिए! इसके दुष्परिणाम भुगतने ही होते हैं! अगर कोई बच्चा पैदा होने के बाद किसी दुर्घटना वश अपंग / abnormal हो जाए तो क्या उसकी हत्या कर दोगे क्या??

भ्रूण हत्या भयंकर धार्मिक, सामाजिक अपराध है, ये मातृत्व की हत्या है! क्या कोई माँ अपने जन्मे बच्चे को कितना भी बीमार होने पर, काट काट के मार सकती है?? तो भ्रूण के साथ ये कृत्य क्यों?? उसको भी जीने का अधिकार है!

*********** हर बच्चे को पैदा होने का अधिकार दीजिये **************

ऐसे लोग जिन्होंने ये घृणित कभी भी किया हो या सहयोग किया हो, वो लोग ना तो भगवान की पूजा करने के अधिकारी हैं और ना ही किसी साधू को आहार देने के!

doctors को चाहिए की वो पहले तो बिना किसी आवश्यकता के भ्रूण परीक्षण ही ना करे और किसी परिस्थिति में करना भी पड़े तो मरीज को positively समझाए की जो हो उसको अपना मान के अपना लो! कई बार ऐसे cases भी आये हैं की भ्रूण परीक्षण के reports गलत साबित हुई हैं, यहाँ तक की बताया की बेटी होगी लेकिन बेटा हुआ!

संकलन -
- प. पू. मुनि श्री १०८ प्रमाण सागर जी महाराज शंका समाधान

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✿ Lok Sabha Speaker Sumitra Mahajan today noon reached #kundalpur:)) Did darshan of bade baba and chote baba. लोकसभा अध्यक्षा व इन्दौर से सांसद श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कुण्डलपुर पहुँचकर बड़े बाबा का दर्शन किया व छोटे बाबा का लिया आशीर्वाद

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चट्टान पर अंकित 24 तीर्थंकर भगवान की प्रतिमा

तीर्थंकर नाम चिन्ह जन्म स्थान
१ श्री ऋषभनाथ जी - बैल अयोध्या
२ श्री अजितनाथ जी - हाथी अयोध्या
३ श्री संभवनाथ जी - घोड़ा सावत्थी
४ श्री अभिनन्दन जी - बंदर अयोध्या
५ श्री सुमतिनाथ जी - पक्षी अयोध्या
६ श्री पद्मप्रभु जी - कमल कौसाम्बी
७ श्री सुपार्श्वनाथ जी - स्वस्तिक वाराणसी
८ श्री चंद्रप्रभु जी - चन्द्रमा चन्द्रपुरी
९ श्री सुविधिनाथजी - मगरमच्छ काकंदिपुर
(पुष्पदंतजी)
१० श्री शीतलनाथ जी - कल्प वृक्ष भद्रिलपुर
११ श्री श्रेयांसनाथ जी - गेंडा सिंहपुर
१२ श्री वासपुज्य जी - भैंसा चम्पापुरी
१३ श्री विमलनाथ जी - शूकर कम्पिला
१४ श्री अनन्तनाथ जी - सेही अयोध्या
१५ श्री धर्मनाथ जी - वज्र रत्नपुर
१६ श्री शांतिनाथ जी - हिरण हस्तिनापुर
१७ श्री कुथुनाथ जी - बकरा हस्तिनापुर
१८ श्री अरनाथ जी - मछली हस्तिनापुर
१९ श्री मल्लिनाथ जी - कलश मिथिलापुरी
२० श्री मुनिस्रुवत जी - कछुआ राजगृही
२१ श्री नमिनाथ जी - नीलकमल मिथिलापुरी
२२ श्री नेमिनाथ जी - शंख सौरिपुर
२३ श्री पार्श्व नाथ जी - सर्प वाराणसी
२४ श्री महावीर स्वामीजी - सिंह क्षत्रिय कुंड

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✿ आज होगा अधिकारियों का सम्मेलन @ Kundalpur:)

कुंडलपुर में रविवार को जैन आईपीएस और आईएएस अधिकारियों का सम्मेलन किया जाएगा। सम्मेलन सुबह 7 बजे बड़े बाबा मंदिर परिसर मेंहोगा। जहां पर आचार्यश्री से भी अधिकारी मंगल आर्शीवाद लेंगे। इसके बाद सुबह 9 से 10 बजे तक महामस्ताभिषेक होगा। इसके बाद सभी अधिकारी हथकधा की कार्यशाला का विजिट करेंगे। सम्मेलन का समापन शाम 5 बजे होगा।
आचार्यश्री के दर्शन को उमड़ी भीड़: आचार्यश्री के दर्शन के लिए विद्या भवन में भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से लेकर शाम 6.30 बजे तक मिलने वालों का तांता लगा रहा। इसके बीच लोगों ने बाहर से ही दर्शन किए। कुछ ही लोगों को अंदर जाने दिया गया। इधर आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के गमन को लेकर भी चर्चाए तेज हो गईं हैं। लोगों के बीच इस बात को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है। सुचना के साथ अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी

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तुम से लागी लगन, ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा,
मेटो मेटो जी संकट हमारा

निशदिन तुमको जपूँ, पर से नेह तजूँ, जीवन सारा,
तेरे चाणों में बीत हमारा ॥टेक॥

अश्वसेन के राजदुलारे, वामा देवी के सुत प्राण प्यारे।
सबसे नेह तोड़ा, जग से मुँह को मोड़ा, संयम धारा ॥मेटो॥

इंद्र और धरणेन्द्र भी आए, देवी पद्मावती मंगल गाए।
आशा पूरो सदा, दुःख नहीं पावे कदा, सेवक थारा ॥मेटो॥

जग के दुःख की तो परवाह नहीं है, स्वर्ग सुख की भी चाह नहीं है।
मेटो जामन मरण, होवे ऐसा यतन, पारस प्यारा ॥मेटो॥

लाखों बार तुम्हें शीश नवाऊँ, जग के नाथ तुम्हें कैसे पाऊँ ।
‘नितिन’ व्याकुल भया दर्शन बिन ये जिया लागे खारा ॥मेटो॥

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२४ तीर्थंकर भगवानों के वैराग्य प्रसंग:))

१) श्री ऋषभनाथ जी - नीलांजना की मृत्यु।
२) श्री अजितनाथ जी - बिजली चमकने से।
३) श्री सम्भवनाथ जी - मेघ देखने से।
४) श्री अभिनन्दन नाथ जी - मेघों का विघटन।
५) श्री सुमतिनाथ जी - जाति स्मरण।
६) श्री पदमप्रभु नाथ जी - जाति स्मरण।
७) श्री सुपार्श्व नाथ जी - जाति स्मरण।
८) श्री चन्द्रप्रभु नाथ जी - दर्पण।
९) श्री पुष्पदन्त नाथ जी - उल्कापात से।
१०) श्री शीतलनाथ जी - हिमनाश से।
११) श्री श्रेयांसनाथ जी - पतझड़ से।
१२) श्री वासुपूज्य नाथ जी - जाति स्मरण।
१३) श्री विमलनाथ जी - ओस विघटन।
१४) श्री अनन्तनाथ जी - उल्कापात से।
१५) श्री धर्मनाथ जी - उल्कापात से।
१६) श्री शांतिनाथ जी - जाति स्मरण (दर्पण)।
१७) श्री कुन्थुनाथ जी - जाति स्मरण।
१८) श्री अरहनाथ जी - मेघ फटने से।
१९) श्री मल्लिनाथ जी - ताड़ित।
२०) श्री मुनिसुव्रतनाथ जी - जाति स्मरण।
२१) श्री नमिनाथ जी - जाति स्मरण।
२२) श्री नेमिनाथ जी - पशुओं का क्रन्दन।
२३) श्री पार्श्वनाथ जी - जाति स्मरण।
२४) श्री महावीर स्वामी जी - जाति स्मरण।

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Exclusive Kundalpur Picture:)

*गुरुदेव की तारीफ़ करूँ कैसे,*
*मेरे शब्दों मेँ इतना ज़ोर नहीं,*

*सारी दुनिया में जाकर ढूँढ लेना,*
*मेरे गुरुदेव जैसा कोई और नहीं!!*

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✿ LIVE प्रवचन POINTS:) आज आचार्य श्री ने कुण्डलपुर प्रवचन में कहा 'हमारे गुरु ने कहा था मैं प्रचारक नई साधक हूँ, हम धर्म को जी नहीं रहे है अपना पेट ख़ाली हैं ओर दूसरी को बाटना चाहो धर्म का प्रचार नई हो सकेगा हमें धर्म आत्मसात करना होगा.. www.facebook.com/vidyasagarGmuniraaj 'धन बिना निर्धन दुखी, तृष्णा वश धनवान, कहु ना सुख संसार में, सब जग देख्यो छान, ।.... शोध हो चुका हैं, बोध हो चुका हैं.. कपड़ा छन छन कर फट चुका हैं पर दिमाग़ में समझ नहीं आरहा हैं ।।

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प्रश्न- कुछ लोग बोलते है कि आज के युग को देखकर लगता है कि जो ईमानदारी से जीते हैं वे दुःखी होते हैं और पापी सुख से जीते हैं । मैं अपने मित्रों को जवाब देती हूँ कि उनके पूर्व जन्म का फल है या पुण्य का उदय है इस पर लोग कहते है कि उनका पुण्य कब तक चलेगा और पूर्व जन्म किसने देखा है? पाप का फल भोगते समय लोग दुःखी होते हैं, कहते हैं कि हमने ऐसा क्या बुरा किया था? अपने पूर्वार्जित पापोदय को समझे बिना लोग आर्त रौद्र भाव करते हैं और आगामी पाप का बन्ध करते हैं। इस पाप पुण्य के सवाल को किस प्रकार सहपाठियों को समझाया जाये?
स्वाति जैन मुंगावली (YJA Award ID - 312948)

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