11.06.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 11.06.2016
Updated: 05.01.2017

Update

Live tonight BadeBaba Aarti clip:) @Kundalpur

Update

सभी को सादर जय जिनेंद्र। शनिवार ११ जून २०१६ ज्येष्ठ शुक्ल सप्तमी।
आज का विचार: हमारी पूजा मात्र बाह्य क्रिया न होकर हमारे भीतर में वीतरागता जगाने वाली हो और हमारी तपस्या अपनी इच्छाओं के निरोध के लिए हो तभी हमारे जीवन में धर्म सही रूप में आएगा। पूजा और तपस्या के वास्तविक रूप को समझते है *मुनिश्री क्षमासागर जी महाराज* की वाणी में।

Thought of the day:Dharma will be ingrained in our life in true sense only when our prayers are not limited to external rituals but inculcate veetragta in us. Munishri Kshamasagarji explains to us the true nature of prayers and penance today.

मैत्री समूह
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११ जून २०१६ - मुनिश्री क्षमासागर जी महाराज - पूजा और तपस्या का वास्तविक रूप
सभी को सादर जय जिनेंद्र। शनिवार ११ जून २०१६ ज्येष्ठ शुक्ल सप्तमी। आज का विचार: हमारी पूजा मात्र बाह्य क्रिया न होकर हमारे भीतर में वीतरागता जगाने वाली हो और हमारी तपस्या अपनी इच्छाओं के निरोध के लिए

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शास्त्रों मैं एक श्लोक आता है उसमे शिष्य गुरु से पूछता है की अन्य धर्म मे कई बातें बहुत सुंदर और सही मालूम होतीं हैं वो कैसे?
आचार्य बोलते हैं की जिनवानी रूपी अमृत समुद्र की कई बूँदे अन्य धर्म मे भी गयीं हैं, यह वहीं जिनवानी का अंश है!!

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LIVE PICTURE @ Bhaktamara Stotra Path #kundalpur bade baba:)

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✿ आचार्य श्री विद्यासागर जी के प्रथम दीक्षित शिष्य तथा छोटे भाई.. हमें स्वर्ग में जाने की भावना नहीं रखना चाहिए। हमारा लक्ष्य मोक्ष का होना चाहिए। स्वर्ग तो मोक्ष के पहले का स्टेशन है,मोक्ष के लिए तो संयम का मार्ग जरूरी है।

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अमेरिका के कृषि विभाग द्वारा प्रकाशित हुई पुस्तक ”
जरूर पढ़े और आगे शेयर करे..
🐂🐂🐂🐂🐂🐂🐂
THE COW IS A WONDERFUL LABORATORY ” के अनुसार प्रकृति ने समस्त जीव-जंतुओं और सभी दुग्धधारी जीवों में केवल गाय ही है जिसे ईश्वर ने 180 फुट (2160 इंच) लम्बी आंत दी है जो की एनी पशुओ में ऐसा नहीं है जिसके कारण गाय जो भी खाती-पीती है वह अंतिम छोर तक जाता है |

लाभ:-👉🏽 जिस प्रकार दूध से मक्खन निकालने वाली मशीन में जितनी अधिक गरारियां लगायी जाती है उससे उतना ही वसा रहित मक्खन निकलता है, इसीलिये गाय का दूध सर्वोत्तम है |

गो वात्सल्य:-👉🏽 गौ माता बच्चा जनने के 18 घंटे तक अपने बच्चे के साथ रहती है और उसे चाटती है इसीलिए वह लाखो बच्चों में भी वह अपने वच्चे को पहचान लेती है जवकि भैंस और जरसी अपने बच्चे को नहीं पहचान पायेगी | गाय जब तक अपने बच्चे को अपना दूध नहीं पिलाएगी तब तक दूध नहीं देती है, जबकि भैस, जर्सी होलिस्टयन के आगे चारा डालो और दूध दुह लो | बच्चो में क्रूरता इसीलिए बढ़ रही है क्योकि जिसका दूध पी रहे है उसके अन्दर ममता नहीं है |

खीस:-👉🏽 बच्चा देने के बाद गाय के स्तन से जो दूध निकलता है उसे खीस, चाका, पेवस, कीला कहते है, इसे तुरंत गर्म करने पर फट जाता है | बच्चा देने के 15 दिनों तक इसके दूध में प्रोटीन की अपेक्षा खनिज तत्वों की मात्रा अधिक होती है, लेक्टोज, वसा (फैट) एवं पानी की मात्रा कम होती है | खीस वाले दूध में एल्व्युमिन दो गुनी, ग्लोव्लुलिन 12-15 गुनी तथा एल्युमीनियम की मात्रा 6 गुनी अधिक पायी जाती है | लाभ:- खीज में भरपूर खनिज है यदि काली गौ का दूध (खीझ) एक हफ्ते पिला देने से वर्षो पुरानी टीबी ख़त्म हो जाती है |

सींग:-👉🏽 गाय की सींगो का आकर सामान्यतः पिरामिड जैसा होता है, जो कि शक्तिशाली एंटीना की तरह आकाशीय उर्जा (कोस्मिक एनर्जी) को संग्रह करने का कार्य सींग करते है |

गाय का ककुद्द (ढिल्ला):👉🏽 गाय के कुकुद्द में सूर्यकेतु नाड़ी होती है जो सूर्य से अल्ट्रावायलेट किरणों को रोकती है, गाये के 40 मन दूध में लगभग 10 ग्राम सोना पाया जाता है जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढती है इसलिए गाय का घी हलके पीले रंग का होता है |

गाय का दूध:-👉🏽 गाय के दूध के अन्दर जल 87 % वसा 4 %, प्रोटीन 4%, शर्करा 5 %, तथा अन्य तत्व 1 से 2 % प्रतिशत पाया जाता है | गाय के दूध में 8 प्रकार के प्रोटीन, 11 प्रकार के विटामिन्स, गाय के दूध में ‘ कैरोटिन ‘ नामक प्रदार्थ भैस से दस गुना अधिक होता है | भैस का दूध गर्म करने पर उसके पोषक ज्यादातर ख़त्म हो जाते है परन्तु गाय के दूध के पोषक तत्व गर्म करने पर भी सुरक्षित रहता है |

गाय का गोमूत्र:👉🏽 गाय के मूत्र में आयुर्वेद का खजाना है, इसके अन्दर ‘ कार्बोलिक एसिड ‘ होता है जो कीटाणु नासक है, गौ मूत्र चाहे जितने दिनों तक रखे ख़राब नहीं होता है इसमें कैसर को रोकने वाली ‘ करक्यूमिन ‘ पायी जाती है | गौ मूत्र में नाइट्रोजन,फास्फेट, यूरिक एसिड, पोटेशियम, सोडियम, लैक्टोज, सल्फर, अमोनिया, लवण रहित विटामिन ए वी सी डी ई, इन्जैम आदि तत्व पाए जाते है | देसी गाय के गोबर-मूत्र-मिश्रण से ‘ प्रोपिलीन ऑक्साइड ” उत्पन्न होती है जो बारिस लाने में सहायक होती है | इसी के मिश्रण से ‘ इथिलीन ऑक्साइड ‘ गैस निकलती है जो ऑपरेशन थियटर में काम आता है |
गौ मूत्र में मुख्यतः 16 खनिज तत्व पाये जाते है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाता है |

गाय का शरीर:👉🏽 गाय के शरीर से पवित्र गुग्गल जैसी सुगंध आती है जो वातावरण को शुद्ध और पवित्र करती है | जननी जनकार दूध पिलाती, केवल साल छमाही भर | गोमाता पय-सुधा पिलाती, रक्षा करती जीवन भर ।
🙏🏽🙏🏽 गाय की महिमा का महत्व🙏🏻🙏🏻

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#kundalpur #save #cow:) ✿ दयोदय महासंघ के द्वारा श्री कुंडलपुर जी मे गाय के विषय मे एक पुस्तिका "गौधनं राष्ट्रवर्धनम्" पुस्तक का विमोचन किया गया । गाय का महत्व दर्शाती बहुत ही शानदार पुस्तक । pls share this post!

मुनिश्री अक्षयसागर जी द्वारा संकलित ।
प्रकाशित-दयोदय महासंघ द्वारा ।।
यह पुस्तक कुंडलपुर जी मे दयोदय महासंघ के कार्यालय मे उपलब्ध है । वहां पर प्राप्त करे ।।

30 जून के बाद भी पुस्तक को दयोदय महासंघ कार्यालय भोपाल से प्राप्त कर सकते है ।

सीए अनिमेष कुमार जैन
दयोदय महासंघ
09425672115

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#kundalpur:) ✿ महामस्तकाभिषेक 30 जून तक चलेगा, श्रद्धालुओं का लगा रहेगा आना-जाना, Latest Pravachan!!

महामस्काभिषेक महोत्सव में शुक्रवार को आचार्यश्री के संघ में शामिल मुनिश्री निर्दोष सागर महाराज और प्रसाद सागर महाराज ने प्रवचन दिए। सबसे पहले मुनिश्री निर्दोष सागर महाराज ने कहा- साधुओं को बाहर से देखो तो गम ही गम नजर आ रहा है। अंदर से देखो तो संगम नजर आता है। उन्होंने कहा कि जीवन में सत्संग की जरूरत है। ऐसा करने से आप संत बनें न बनें, संतोषी जरूर बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि धन्य है दिगंबर मुद्रा है। इस मुद्रा को देखकर व्यक्ति का क्रोध शांत हो जाता है।

मुनिश्री ने कहा एक बार एक पंडित ने पूछा- आचार्यश्री मोबाइल नहीं रखते क्या? मुनिश्री ने जवाब दिया- रखते हैं। पंडित ने पूछा- दिखता तो नहीं है। मुनिश्री ने कहा रखते हैं जरूर रखते हैं। पंडित ने मोबाइल नंबर मांगा तो मुनिश्री दे दिया। पंडित ने तुरंत मोबाइल में नंबर सुरक्षित कर लिया और डायल करके देखा। सामने से आवाज आई तो पता चला कि यह गलत नंबर है। पंडित ने मुनिश्री से कहा कि नंबर नहीं लग रहा है। मुनिश्री बोले- आचार्यश्री सब से बात नहीं करते हैं। आचार्यश्री लगाते हैं तभी लगते हैं, बाकी कोई भी लगाता है तो नहीं लगता है। मुनिश्री ने मोबाइल नंबर की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि सबसे पहले नंबर के पहले जीरो लगाया जाता है। जीरो लगाने के लिए पहले दुनिया के मोह से जीरो होना पड़ेगा, उसके बाद बात होगी।

मुनिश्री प्रसाद सागर महाराज ने कहा- बड़े बाबा का अभिषेक करते देखते ही मन गदगद हो जाता था। उन्होंने कहा कि बड़ा कार्य संपन्न होता है तो उसमें सभी का सहयोग होता है। डेढ़ माह पहले महोत्सव की योजना बन रही थी, तो आयोजन कमेटी ने कहा कि यदि यह कार्यक्रम नवंबर में होता तो अच्छा होगा। कमेटी वालो ने विचार किया आचार्यश्री से कैसे कहें।

कमेटी ने निवेदन किया, आप मार्गदशन दें। जून में न होकर नवंबर में हो तो हम भव्यता से करा सकेंगे। महाराज जी के पास हम कमेटी के सदस्यों के साथ गए, आचार्यश्री आयोजन कमेटी की भावना को देखते हैं और कहते हैं कि जून में होना है और संपन्न हो गया।

आचार्यश्री से निवेदन किया कि गर्मी होगी कैसे होगा कार्यक्रम। इस बीच वे कमेटी वालों के साथ हो गए और सोचा कि चातुमार्स का मौका मिल जाए। इस पर आचार्यश्री ने कहा, कि तुम लोग तो हनुमान हो, पक्ष बदल देते हो। आचार्यश्री ने कहा कि एक बार गांव में प्रोजेक्टरों में फिल्म दिखाई जा रही थी, जिसमें हनुमान अौर राम थे। जिसमें हनुमान ने देखा कि राम और लक्ष्मण बाण छोड़ रहे हैं। दूसरी तरफ से लव-कुश बाण छोड़ रहे थे। लेकिन दोनों राम और हनुमान को बचाकर बाण छोड़ रहे थे। इस पर हनुमान राम और लक्ष्मण का पक्ष छोड़कर लव और कुश के साथ हो गए। इस पर मनुश्री ने कहा कि बड़े बाबा का पक्ष रखने के लिए हम उनके साथ हो गए थे।

आचार्यश्री के दर्शन को उमड़ी भीड़
आचार्यश्री के दर्शन के लिए विद्या भवन में भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से लेकर शाम 6.30 बजे तक मिलने वालों का तांता लगा रहा। इसके बीच लोगों ने बाहर से ही दर्शन किए। कुछ ही लोगों को अंदर जाने दिया गया। मीडिया प्रभारी ने बताया कि महोत्सव 30 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसमें अब लोगों का आना-जाना लगा रहेगा।

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आचार्य श्री विद्यासागर जी के बचपन के मित्र मारुति { LEFT } तथा आचार्य श्री के बड़े भाई महावीर अष्टगे [ RIGHT ] @ Kundalpur:)) pic by brajesh jain ji.

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ach shri live @ paras channel!!

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दिगम्बर सरोवर के राजहंस विद्यासागर जी बड़े बाबा के दर्शन करते हुए संघ:) yesterday picture -•कुंडलाकार ये पर्वत न्यारा कहा सुशोभित बड़े बाबा हैं प्यारा, वही विराजे हैं छोटे बाबा, दर्शन करत थकत नई हैं छोटे बाबा:))

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कल शाम का 'आचार्य भक्ति ' का द्रश्य.. 'गंगा यमुना में जब तक ये पानी रहे.. मेरे गुरुदेव तेरी ज़िंदगानी रहे...:) #kundalpur

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