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लाहौर में जैन मंदिर तोड़ना गलत- अमित शाह
लाहौर में जैन मंदिर तोड़ने के खिलाफ भारत सरकार आवाज उठाये- आचार्य लोकेश
नई दिल्ली, 16 फरवरी 2016: अहिंसा विश्व भारती से संस्थापक एवं प्रख्यात जैनाचार्य आचार्य डा. लोकेश मुनि के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह से भेंट कर लाहौर में जैन मंदिर तोड़ने के खिलाफ रोष प्रकट किया तथा भारत सरकार के तत्काल हस्तक्षेप कर जैन मंदिर को संरक्षित करने की मांग की| उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर वे एक सर्वधर्म शिष्ट मंडल के साथ पाकिस्तान की यात्रा कर वहां के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के समक्ष जैन मंदिर व गुरुद्वारों के संरक्षण का मुद्दा उठाएंगे |
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने शिष्ट मंडल को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के समय दोनों देशों के बीच यह तय हुआ था कि अगर धार्मिक स्थलों से सम्बंधित इस प्रकार की कोई बात सामने आएगी तो दूसरे देश के संज्ञान में लाकर उसका हल निकाला जायेगा| परन्तु मंदिर को विध्वंस करने से पहले भारत सरकार के संज्ञान में ऐसी कोई बात नहीं लाई गई और रातों रात मंदिर तोड़ दिया गया|श्री शाह ने शिष्ट मंडल को इस बात का आश्वासन दिलाया कि वो विदेश सचिव से आग्रह करेंगे कि आज ही पाकिस्तान उच्च आयुक्त से बात कर इसका हल निकाले |
आचार्य लोकेश ने भेंट के दौरान इस बात पर चर्चा कि की लाहौर में अनारकली बाज़ार के पास स्थित जैन मंदिर बेहद प्राचीन है और उसका ऐतिहासिक महत्त्व है| पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के लाहौर न्यायालय ने आदेश दिया था कि इस मंदिर को न तोडा जाये उसके बावजूद मंदिर को तोडा गया| इसका विरोध न सिर्फ भारत में हो रहा है परंतु पाकिस्तान के अनेक सामाजिक कार्यकर्त्ता व मानवाधिकार संगठन भी इसका विरोध कर रहे है|
आचार्य लोकेश ने यूनेस्को और संयुक्त राष्ट्र से भी इस मुद्दे पर अपनी भूमिका निभाने की अपील की| उन्होंने कहा कि अगर मेट्रो निर्माण के बीच मंदिर रूकावट था तो अनेक ऐसी तकनीक है जिससे पूरा का पूरा मंदिर दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जा सकता था| उन्होंने ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार इसके खिलाफ आवाज उठाये और मंदिर में स्थापित मूर्ती व मंदिर के अन्य ऐतिहासिक अवशेष तुरंत संरक्षित किये जाएँ| अगर यह काम स्वल्प समय में नहीं हुआ तो वो एक शिष्ट मंडल के साथ पाकिस्तान प्रस्थान करेंगे|