21.01.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 22.01.2016
Updated: 05.01.2017

News in Hindi

Source: © Facebook

-----------------
आचार्य देशना
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
------------------
सिंह से वन
वन से सिंह बचा
पूरक बनो
------------------
भावार्थ: जिस प्रकार वन से शेर की और शेर से वन की रक्षा होती है,प्रत्येक जीव को एक दुसरे का पूरक बनने का प्रयास करना चाहिए । यह बात सर्वत्र लागू होती है ।प्रकृति यदि हमे शुद्ध हवा, पानी, फल, फूल देती है तो हमारा भी दायित्व है कि हम भी प्रकृति की रक्षा करें । माता, पिता यदि हमारा पालन पोषण कर हमे योग्य बनाते हैं तो हमारा भी कर्तव्य है वृद्धावस्था में उनकी सेवा करना । और जिससे भी हमे जो कुछ मिलता है मिला है उसको उसकी आवश्यकता अनुसार लौटाने से हम ऋणि नहीं रहेंगे, पूरक बनेंगे ।
-----------------------------------------------------------------------------------------
ऐसे सन्देश प्रतिदिन अपने फ़ोन पर प्राप्त करने के लिए इस नंबर को अपने फ़ोन में जोड़ें और सन्देश भेजें
7721081007
मोबाइल ब्रॉडकास्ट सेवा
आचार्य श्री के सूत्र
----------------------------

Sources
Share this page on:
Page glossary
Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
  1. आचार्य
Page statistics
This page has been viewed 333 times.
© 1997-2024 HereNow4U, Version 4.56
Home
About
Contact us
Disclaimer
Social Networking

HN4U Deutsche Version
Today's Counter: