10.12.2015 ►Jahaj Mandir ►Mahasamund

Published: 10.12.2015
Updated: 08.01.2018

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Mahasamund

महासमुन्द में आचार्य श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. की 30वीं पुण्यतिथि पुण्यतिथि मनाई गई

Jinkantisagar suri

परम पूज्य गुरुदेव प्रज्ञापुरूष आचार्य भगवंत श्री जिनकान्तिसागरसूरीश्वरजी म.सा. की 30वीं पुण्यतिथि का आयोजन छत्तीसगढ के महासमुन्द नगर में पूज्य गुरुदेवश्री के शिष्य रत्न पूज्य खरतरगच्छाधिपति श्री मणिप्रभसागरजी म.सा. पूज्य मुनि श्री श्रेयांसप्रभसागरजी म. की निश्रा में मिगसर वदि 7 ता. 2 दिसम्बर 2016 को मनाई गई।
मंदिर दादावाडी के दर्शन उपरान्त गुणानुवाद सभा प्रारंभ हुई। गुणानुवाद सभा में पू. साध्वी श्री मोक्षरत्नाश्रीजी म., पूर्व अध्यक्ष श्री भीखमचंदजी मालू, विधायक श्री विमलजी चौपडा ने पूज्यश्री के व्यक्तित्व व कृतित्व की चर्चा करते हुए संस्मरण सुनाये। इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतकार श्री देवराजजी लूणिया, सौ. श्रीमती प्रियंकादेवी चौपडा ने गीत के माध्यम से अपनी श्रद्धांजली अर्पित की।

रायपुर में ऐतिहासिक चातुर्मास संपन्न कर पूज्यश्री विहार करते हुए आज महासमुन्द पधारे। जहाँ श्री संघ द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। पूरे मार्ग को बैनरों से सजाया गया था। स्थान स्थान पर गहुँलिया की गई। नगरपालिका अध्यक्ष श्री पवनजी पटेल व सभापति श्री देवीचंदजी राठी द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। स्थानीय विधायक श्री विमलजी चौपडा ने पूज्यश्री का अभिनंदन किया।
इस अवसर पर पूज्यश्री ने प्रवचन फरमाते हुए कहा- पूज्यश्री का व्यक्तित्व विराट् व अनूठा था। आज मैं जो कुछ भी हूँ, वह उनकी कृपा से ही हूँ। उन्होंने अपने बचपन से जुडे कई प्रसंग सुनाये। उन्होंने कहा- आज प्रवर्तिनी श्री निपुणाश्रीजी म. की छठी पुण्यतिथि भी है। उन्होंने गुरु महाराज का दिन लिया। पूज्यश्री ने उनसे जुडे कई प्रसंग सुनाये।
सभा का संचालन संघ के महामंत्री श्री पारसमलजी चौपडा ने किया। रायपुर केयुप के अध्यक्ष श्री सुरेशजी भंसाली ने सकल श्री संघ को पालीताना सम्मेलन में पधारने का आग्रह किया।

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