❖ गुप्त स्वतंत्रता सेनानी चरित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांति सागर जी के पिता "सतगोड़ा" जी उन्हें खेत जाने को कहते और कहते की देखते रहना कहीं चिढिया अनाज न खाए.| तब शान्तिसागर जी पीठ करके बैठ ते थे कहीं चिढिया उन्हें देख कर डर न जाये... ✿ जय जय गुरुदेव...!!! अहिंसा परमो धर्म की जय...!!!
Acharya Shantisagar Ji Maharaj